Tuesday

बुलंद


खुद को कर इतना बुलंद कि
हौंसलो की पतवार बन जाए
आंधी तूफान तुझसे डर जाये
और जो कोई  तेरे पथ में आये
काफिले में तेरे जुड़ जाये

नैया तेरी पार लगाने
और कोई नहीं
तू ही आएगा
ऐ बन्दे उठ
जल्दी से खे ले अपनी नैया

दूर किनारे कोई है खड़ा
शायद तेरे इंतज़ार में
बढ़ा हाथ मदद का
काफिला तेरे पीछे है खड़ा

पानी के उफान की ले मदद
नैया अपनी पार लगा
मुस्कानों से भरी वो निगाहें
खड़ी मिलेंगी तेरे स्वागत सत्कार में



Gracias!
 


1 comment:

  1. Awesome and interesting article. Great things you've always shared with us. Thanks. Just continue composing this kind of post.

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