Tuesday

भारत माँ की बेटी

 
 
मानवता की त्रासदी देख
जब आमजन सड़क पर उतरता है
तो एक गूंगा बहरा राष्ट्र अपनी पीठ मोड़ लेता है |


बहन की इज्जत लूटकर वह
जब है माँ का आशीष माँगता
तो क्यूँ नहीं तमाचा मरती उसे माँ ??


देवी की शरण में जाकर
बेटी न हो की मुराद माँगता
तो क्यूँ है वह बेटा कहलाता ??

पितृशक्ति की छाया में
जब करे वह अत्याचार
तो क्यूँ नहीं मातृशक्ति का त्रिशूल
करे उस पर वार??


नहीं चाहिए बहरूपिया भाई
जो माँ- बहन कहकर अस्मत की ही
कीमत लगाए |


हम है भारत माँ की बेटियाँ
उसकी हर पल की सहेलियाँ
बेटा बन रहा है भक्षक
बेटी ही बनेगी माँ की रक्षक
बेटी ही करेगी ऐसे भाई का नाश |


मैं हूँ मेरी माँ की इज्जत
मैं हूँ मेरी भारत माँ की बेटी |

 

2 comments:

  1. Powerful.... sashakt bhasha ka prayog...Surbhi, tumne jo shabdon ka vaan chalaya hai, main aashaanvit hoon ki tumhari ye manohari kavita hamare desh ke varisht netaon or PM ko sunaya jaye..... The power of Hindi. U are great :)

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    1. Shukriya :) Hosla-afjaai ke liye abhar!

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